पारिस्थितिकी और परितंत्र क्या हैं – What are ecosystem.

 पारिस्थितिकी और परितंत्र क्या हैं – What are ecosystem.         


  • किसी स्थान पर पाए जाने वाले किसी जीव समुदाय के वातावरण तथा जैविक समुदाय के पारस्परिक संबंध को पारिस्थितिक तंत्र कहते हैं।
  • जिस तंत्र मे जैविक एवं अजैविक घटक परस्परसहयोग से जीवन का निर्वहन करते हैं पारिस्थितिकी तन्त्र कहलाता है।

     पारिस्थितिकी तंत्र को दो घटक में बांटा जा सकता है।

  • जैविक घटक
  • अजैविक घटक

जैविक घटक:–

  • इसमें ऐसे घटक को शामिल किया जाता है जो जीवित हो अर्थात सजीव जैसे पौधों और जंतुयों को मिलाकर जैविक घटक बनता हैं।   

उत्पादक:–

  •  ये अपना भोजन स्वयं तथा वातावरण के सहयोग से बनाते हैं। ये वे पौधे हैं जो प्रकाश संश्लेषण विधी से अपना भोजन तैयार करते हैं।

         Eg:– हरेपौधे

उपभोक्ता:–

  • इसके अंतर्गत ऐसे उपभोक्ता को शामिल किया जाता है जो उत्पादक द्वारा बनाए गए भोज्य पदार्थों का उपभोग करते हैं। जो सिर्फ पौधों पर आश्रित होते हैं।

उपभोक्ता को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है। 

  • प्रार्थमिक उपभोक्ता
  • द्वितीयक उपभोक्ता
  • तृतीयक उपभोक्ता

 प्राथमिक उपभोक्ता :–

  • इसके अंतर्गत ऐसे उपभोक्ता को शामिल किया जाता है जो उत्पादक या पौधों के उत्पाद पर आश्रित होते हैं, और पूर्णतः शाकाहारी होते हैं।

      Eg:– गाय, बकरी, खरगोश, चूहा, हिरण आदि।


द्वितीयक उपभोक्ता:–

  • इसके अंतर्गत ऐसे उपभोक्ता को शामिल किया जाता है जो प्राथमिक उपभोक्ता को अपना भोजन बनाते हैं उन्हें द्वितीयक उपभोक्ता कहते है ।

       Eg:– चूहे को बिल्ली द्वारा खाया जाना ।

                 हिरण को भेड़िया द्वारा खाया जाना।


तृतीयक उपभोक्ता:–

  • इसके अंतर्गत वैसे जंतु आते हैं जो प्राथमिक उपभोगकता और द्वितीयक उपभोक्ता को अपना भोजन बनाते हैं। ये पूर्णतः मांसभक्षी होते हैं।

        Eg:– सांप द्वारा मेंढक का खाया जाना

                 बाघ के द्वारा हिरण को खाया जाना 

अपघटक:–

  • इसमें मुख्यत: कवक, बैक्टेरिया, सूक्ष्मजीव आते हैं। ये मृत पौधे एवम जंतुओ के शरीर को विघटित करके उसे अकार्बनिक तत्त्व मे बदल देते हैं।

आजैविक घटक:–

  • इसके अंतर्गत ऐसे घटक को शामिल किया जाता है जिसमें जीवन नहीं होता है अर्थात निर्जीव होता है।

आजैविक घटक को मुखायतः तीन भागों में बांटकर देखा गया है।

  • अकार्बनिक घटक(जल, लवण, गैस)
  • कार्बनिक घटक(प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, लिपिड,)
  • जलवायु (प्रकाश, ताप, आद्रता)

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