नौ ग्रह के बारे में जानकारी–
9 Grah Ke Bare Me Jankari
🔘सौरमंडल के पिंड🔘
🔘अंतरराष्ट्रीय खगोल शास्त्रीय संघ (INTERNATIONAL ASTRONOMICAL UNION -IAU)
▪️ प्राग सम्मेलन 26 के अनुसार सौरमंडल में मौजूद पिंडों को निम्नलिखित तीन श्रेणियों में बांटा गया है।
1. परंपरागत ग्रह – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण
2. बोने ग्रह – प्लुटो, चेरॉन, सेरस, 2003 यूबी 313
3. लघु सौरमंडलिये पिंड – धूमकेतू, उपग्रह एवम अन्य छोटे खगोलीय पिंड
🔘ग्रह (planet)🔘
ग्रह वैसे खगोलीय पिंड होते हैं, जिसे कुछ शर्तों को पालन करना पड़ता है। ऐसा नहीं करने पर उस खगोलीय पिंड को ग्रह की श्रेणी से निकल दिया जाता है, जो शर्त इस प्रकार है –
1. जो सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करता हो।
2. उसमें पर्याप्त गुरुत्वाकर्षण बल हो जिससे वह गोल स्वरूप ग्रहण कर सकें।
3. उसके आसपास की जगह साफ हो, यानी कि उसके आसपास कोई भी पिंड की भीड़ भाड़ ना हो।
🔘पार्थिव या आंतरिक ग्रह:–
▪️ बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल को पार्थिव ग्रह कहते है।
🔘बृहस्पतिय ग्रह या बाह्य ग्रह:–
▪️ बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण, को बृहस्पतिय ग्रह कहा जाता है।
▪️ मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र एवं शनि इन पांच ग्रहों को नंगी आंखों से देखा जा सकता है।
🔘आकार के अनुसार ग्रहों का क्रम (घटते क्रम में):–
▪️ बृहस्पति, शनि, अरुण,वरुण,पृथ्वी,शुक्र,मंगल एवं बुध अर्थात सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति एवं सबसे छोटा ग्रह बुध
🔘 सूर्य से दूरी के अनुसार ग्रहों का क्रम:–
▪️ बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण, और वरुण अर्थात सबसे निकट ग्रह बुध और सबसे दूर ग्रह वरुण
🔘 परिक्रमण वेग के अनुसार ग्रहों का क्रम ( बढ़ते क्रम में)
▪️बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण, और वरुण अर्थात बुध का परिक्रमण वेग सबसे कम है, जबकि वरुण का परिक्रमण में वेग सबसे ज्यादा है।
🔘परिभ्रमण वेग के अनुसार ग्रहों का क्रम (बढ़ते क्रम में)
▪️ शुक्र, बृहस्पति, बुध, पृथ्वी, मंगल, शनि, वरुण एवं अरुण
▪️शुक्र एवं अरुण का घूर्णन दिशा पूरब से पश्चिम(CLOCLWISE) होता है जबकि अन्य ग्रहों की घूर्णन दिशा या परिक्रमण दिशा पश्चिम से पूर्व(ANTICLOCK WISE) होता है।
🔘 बुध (MERCURY)
▪️ बुध सूर्य का सबसे निकटतम ग्रह है, और यह सूर्य निकलने के 2 घंटे पहले दिखाई पड़ता है, इस ग्रह पर दिन बहुत गर्म होती है जबकि राते बर्फीली होती है। जिसके कारण यहां दिन का तापमान 427°C तथा रात का तापमान –173°C होता है।
▪️ यह सबसे छोटा ग्रह है, और इसके पास कोई उपग्रह नही है।
▪️ इसका तापांतर सभी ग्रहों से सबसे अधिक (600°C) होता है।
🔘शुक्र (VENUS)
▪️ यह पृथ्वी का निकटतम ग्रह है और यह सबसे चमकीला एवं सबसे गर्म ग्रह है।
▪️ इसे सांझ का तारा या भोर का तारा कहते हैं, क्योंकि सुबह में पूरब दिशा की ओर दिखाई पड़ता है, जबकि शाम में पश्चिम दिशा की और दिखाई पड़ता है।
▪️ यह पूरब से पश्चिम की ओर परिक्रमा करता है।
▪️ इसे पृथ्वी का भगिनी ग्रह भी कहा जाता है, क्योंकि पृथ्वी के समान घनत्व, आकार और व्यास है।
▪️इसके पास भी कोई उपग्रह नही है।
🔘 बृहस्पति (JUPITER)
▪️ यह सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है यह अपनी धुरी पर चक्कर लगाने में 10 घंटा और सूर्य की परिक्रमा करने में 12 वर्ष लेता है।
▪️इसके पास वर्तमान में अभी 79 उपग्रह है जिसमें से गयानिमिड उपग्रहों में से सबसे बड़ा उपग्रह है। इसका रंग पीला होता है।
🔘 मंगल (MARS)
▪️ इसे लाल ग्रह कहा जाता है इसका रंग लाल आयरन ऑक्साइड के कारण होता है, इसके पास भी पृथ्वी के समान दो ध्रुव है, तथा इसका कक्षातली 25° के कोण पर झुका हुआ है, जिसके कारण यहां पृथ्वी के समान ऋतु परिवर्तन होता है।
▪️ इसका घूर्णन पृथ्वी के समान 24 घंटे का होता है।
▪️ इसके पास दो उपग्रह फोबोस और डिमोस है।
▪️ सूर्य की परिक्रमा करने में इसे 687 दिन का समय लगता है।
▪️ सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी ओलिपस मेसी इसी ग्रह पर है,और सबसे ऊंचा पर्वत निक्स ओलंपिया जो माउंट एवरेस्ट एवरेस्ट से 3 गुना अधिक ऊंचा है।
🔘 शनि (SATURN)
▪️ यह आकर में दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है, और इसकी विशेषता यह है कि इसके चारों ओर मोटी प्रकाश वाली कुंडली होती है जिसकी संख्या सात होती हैं जो गोल या रिंग आकार का होता है।
▪️ इसके पास सबसे अधिक उपग्रह पाई जाती है जिसके संख्या 82 है इसमें से सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है जो सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा उपग्रह है, जिसका आकार बुध के बराबर है और इसका खोज 1665 ईस्वी में डेनमार्क के खगोल शास्त्री क्रिस्चियन हाईजोन ने की थी, यह एकमात्र ऐसा उपग्रह है, जिसका पृथ्वी जैसा स्वयं का सघन वायुमंडल है।
▪️ शनि का एक उपग्रह फोबे जो इसकी कक्षा में घूमने की विपरीत दिशा में परिक्रमा करता है।
▪️ इसका घनत्व सभी ग्रहों एवं जल से भी कम है, यानी इसे जल में रखने पर तैरने लगेगा।
🔘अरुण(URANUS)
▪️ जो आकार में तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है और इसका तापमान लगभग -215°C होता है।
▪️ इसकी खोज 1781 ई. में विलियम हर्सेल द्वारा की गई है
▪️ जो अपने अक्ष पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूमता है जबकि अन्य ग्रह पश्चिम से पूर्व की ओर घूमते हैं, यहां सूर्योदय पश्चिम की ओर एवं सूर्यास्त पूरब की ओर होता है, इसके सभी उपग्रह भी पृथ्वी की विपरीत दिशा में परिभ्रमण करते हैं।
▪️ इसे लेटा हुआ ग्रह भी कहा जाता है क्योंकि यह अपनी धुरी पर सूर्य की और इतना झुका हुआ है कि लेटा हुआ सा दिखाई पड़ता है।
🔘वरुण(NEPTUNE)
▪️ इसकी खोज 1846 ईस्वी में जर्मन खगोल शास्त्री जहॉन गाले ने की थी, और यह सूर्य से सबसे दूर स्थित ग्रह है, इस का रंग हरा होता है और इसके चारों ओर अति शीतल मिथन का बादल छाया रहता है।
▪️ इसके उपग्रहों में ट्रिटोन प्रमूख है।
🔘पृथ्वी(EARTH)
▪️ यह आकार में पांचवा सबसे बड़ा ग्रह है, और यह अपने अक्ष पर 23.5° झुकी हुई है, और यह सौरमंडल के एकमात्र ग्रह है जिस पर जीवन है, इसका एकमात्र उपग्रह चंद्रमा है।
▪️ इसका विशुवतीय व्यास 12,756 किलोमीटर और ध्रुवीय व्यास 12,714 किलोमीटर है।
▪️ यह अपने अक्ष पर पश्चिम से पूरब की परिभ्रमण करती है, और इसे एक चक्कर पूरा करने में 1,610 किलोमीटर प्रति घंटा की चाल से 23 घंटा 56 मिनट 4 सेकंड का समय लगता हैं, और सूर्य की परिक्रमा करने में 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट 46 सेकंड(लगभग 365 दिन 6 घंटा) का समय लगता है, जिसे पृथ्वी का वार्षिक गति कहा जाता है और पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगा समय को सौर वर्ष कहा जाता है और प्रत्येक सौरवर्ष, कैलेंडर वर्ष से लगभग 6 घंटा बढ़ जाता है, जिसे हर चौथे वर्ष में लीप वर्ष बनाकर समायोजित किया जाता है लीप वर्ष 366 दिन का होता है जिसके कारण फरवरी माह में 28 के स्थान पर 29 दिन होते हैं।
▪️ पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन इसकी अक्ष पर झुके होने के कारण होता है, तथा दिन-रात छोटा बड़ा वार्षिक गति के कारण होता है।
▪️ आकार एवं बनावट की दृष्टि से पृथ्वी शुक्र के समान है और यहां जल की उपस्थिति के कारण इसे नीला ग्रह भी कहा जाता है।
▪️ पृथ्वी तक सूर्य की रोशनी पहुंचने में 8 मिनट 16.6 सेकंड का समय लगता है।
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